कोरोना महामारी में लाॅकडाउन के बाद कई बैंक व कंपनियां ग्राहकों को ऑनलाइन सुझाव दे रही हैं। ऐसे में उनकी बेवसाइट पर क्लिक कर समस्या का समाधान किया जा रहा है। इसका फायदा उठाते हुए इसे ऑनलाइन ठगी का जरिया बना लिया है। ये बदमाश नामी कंपनियों, बैंकों व जमेटो व स्विगी ऑनलाइन घर बैठे खाना उपलब्ध करने वाले कंपनियों के एप का फायदा उठा रही हैं।
ठगों ने फर्जी बेवसाइट बनाकर गूगल पर डाल दी है। जैसे ही ग्राहक बैंक या कंपनी का नाम टाइप करता है तो उसे हूबहू दिखने वाली फर्जी बेवसाइट उनके सामने खुल जाती है। क्लिक करते ही ठग बेवसाइट के माध्यम से निजी जानकारी ऑनलाइन लेते हैं और खाते से रुपए निकाल लेते हैं। लाॅकडाउन के बाद से अब तक 50 मामलों में इस तरह की शिकायतें आई हैं।
क्राइम ब्रांच ने बताया कि बदमाश ऑनलाइन ठगी के नए तरीके अपना रहे हैं। बैंक, संस्था या किसी कंपनी के नाम से फर्जी बेवसाइट गूगल पर डालकर वे लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं। तीन दिन पहले विजयनगर के रहने वाले देवेन्द्र विश्वकर्मा ने आवेदन दिया था कि उन्होंने गूगल पर आइसीआइसीआई बैंक की बेवसाइट से मिलती जुलती बेवसाइट खोली, उसमें कस्टमर केयर व समस्याओं के समाधान के लिए ऑनलाइन ऑप्शन दिया था।
ऑप्शन पर क्लिक करते ही बेवसाइट ने खाता, पेन, आधार कार्ड नंबर सहित अन्य जानकारी मांगी। इसके बाद एक ओटीपी आया, ओटीपी डालते ही कुछ देर में बैंक से 10-10 हजार रुपये कटने लगे और खाते से 80 हजार रुपये निकल गए। इसी तरह से कई अन्य लोगों के साथ ठगी हुई है। क्राइम ब्रांच और साइबर सेल मामले में तकनीकी माध्यम से बदमाशों का पता लगा रही है।
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