मध्य प्रदेश में फ़ूड ऑयल ने मंहगाई में तड़का लगा दिया है। पिछले 5 दिन में खाद्य तेल के दाम में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। तेल के दाम 22 से लेकर 25 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ गए हैं। इससे किचन का बजट भी आउट ऑफ कंट्रोल हो गया है। एक तो दाम आसमान छू रहे हैं ऊपर से स्टॉक लिमिट लगा दी गयी है। इसका अब व्यापारियों ने विरोध शुरू कर दिया है।
पेट्रोल डीजल की तरह अब फूड ऑयल के दाम भी आसमान छू रहे हैं। पिछले 15 दिन से तेल के लगातार दाम बढ़ रहे हैं लेकिन 5 दिन में तो ये 22 से 25 रुपये तक महंगा हो गया है। पिछले 5 दिन में इसकी कीमत में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है।
प्रदेश में फूड ऑयल की स्थिति
थोक मार्केट में 5 दिन पहले खाद्य तेल प्रति लीटर 160 रुपये तक था जो बढ़कर 175 रुपए प्रति लीटर हो गया है। इस तरह प्रति लीटर पर 12 से 15 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। फुटकर मार्केट में 5 दिन पहले खाद्य तेल प्रति लीटर 165 रुपये तक था, जो बढ़कर 185 रुपए प्रति लीटर हो गया है। इस तरह प्रति लीटर पर 15 से 20 रुपए की बढ़ोतरी हुई है।
पिछले 5 दिन में बढ़े खाद्य तेल की कीमत
खाद्य तेल में बढ़ोतरी अब आम आदमी की कमर तोड़ रही है। दुकानों पर पहुंच रहे ग्राहक खाद्य तेल के रेट सुनकर दंग हो जाते हैं। महिलाओं की किचन का बजट भी बिगड़ गया है। पहले से पेट्रोल और डीजल की कीमत ने लोगों की जेब में आग लगा कर रखी है। अब ऐसे में फूड ऑयल की बढ़ती कीमत ने महंगाई में तड़का लगा दिया है।
भोपाल के जुमेराती बाजार के व्यापारियों ने कहा दुकान पर ग्राहक आते हैं और अधिकांश ग्राहक खाद्य तेल के रेट सुनकर वापस लौट जाते हैं। सोयाबीन का तेल हो, मूंगफली का तेल हो या पाम आयल या सूरजमुखी का तेल हो। सभी की कीमत में पिछले 5 दिन में इजाफा हुआ है।
व्यापारियों ने किया विरोध
व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स कैट के सदस्य विवेक साहू ने कहा इंडोनेशिया से भारत को 70 फीसदी खाद्य तेल की सप्लाई हो गई है। लेकिन किसी कारणवश इस सप्लाई को रोक दिया गया है। इस वजह से खाद्य तेल में महंगाई की स्थिति बनी है।
उन्होंने कहा यदि खाद्य तेल की सप्लाई आने वाले कुछ दिन में नहीं होगी तो तेल के दाम लगातार बढ़ते जाएंगे। उन्होंने खाद्य तेल पर सरकार के स्टॉक लिमिट लगाने के फैसले का विरोध करते हुए कहा जितना स्टॉक देने की बात की जा रही है उससे डबल स्टॉक लिमिट की जाए। इससे खाद्य तेल की क्राइसेस मार्केट में नहीं हूं।