देश. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले पड़ाव जर्मनी में हैं. इस दौरान उन्होंने सोमवार को जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि साल 2022 के अपने पहले दौरे पर जर्मनी आकर काफी खुशी महसूस हुई.
जंग में किसी को जीत नहीं मिलेगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बर्लिन में कहा कि भारत और जर्मनी के बीच मजबूत संबंध हैं. उन्होंने दुनिया के सामने मौजूदा चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि हमने रूस और यूक्रेन से जंग रोकने को कहा था क्योंकि भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है. हमारा मानना है कि इस जंग में कोई विजयी नहीं होगा बल्कि सभी को नुकसान होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध से दुनिया के देशों को नुकसान पहुंचा है, इसकी वजह से तेल महंगा हो गया और फर्टिलाइजर की कमी होने लगी है.
विश्व में खाद्यान संकट पैदा हो रहा है और विश्व के हर परिवार पर इसका असर पड़ रहा है. साथ ही विकासशील और गरीब देशों पर जंग का ज्यादा असर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि हमने यूक्रेन को मानवीय सहायता भेजी है और अन्य तरीकों से भी मदद कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना ने पूरी दुनिया को नुकसान पहुंचाया है और आज के वक्त में भारत की भूमिका काफी अहम हो गई है.
जर्मनी ने दिया G-7 का न्योता
जर्मन चांसलर ने कहा कि भारत हमारा काफी अहम सहयोगी है. उन्होंने कहा कि दुनिया में हर देश की अहम भूमिका है और तभी पूरे विश्व का विकास संभव है.
सिर्फ ताकतवर देश इस काम को अकेले नहीं कर सकते. ओलाफ शोल्ज ने कहा कि मैं भारत को जून में होने वाले G-7 शिखर सम्मेलन का न्योता देता हूं और प्रधानमंत्री मोदी का फिर से जर्मनी में स्वागत करने के लिए तैयार हूं.
ओलाफ शोल्ज कहा कि रूस ने यूक्रेन पर हमला कर बुनियादी मूल्यों को तोड़ा है. यूक्रेन की आम जनता को निशाना बनाकर रूस ने UN चार्टर का भी उल्लंघन किया है. जर्मन चांसलर ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से लोगों की हत्याएं बंद करने की अपील की और कहा कि उन्हें यूक्रेन से अपनी सेना तुरंत वापस बुलानी चाहिए.