Press "Enter" to skip to content

बीजेपी कार्यकारिणी में बोले जेपी नड्डा- 2023 हमारे लिए बेहद अहम, सभी 9 राज्यों में जीत दर्ज करनी है

  • फिर बोले शिवराज मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं, अपने लिए खुद भूमिका तय नहीं कर सकता
  • सुमेर सिंह सोलंकी, सिंधिया और तोमर में से कोई हो सकता है मुख्यमंत्री का अगला चेहरा 
  • प्रदेश अध्यक्ष के पद पर भी कैलाश विजयवर्गीय या प्रहलाद पटेल का होना तय 

नई दिल्ली. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से 2023 के लिए पूरी तरह से तैयार रहने को कहा. पार्टी की कार्यकारिणी बैठक के बाद उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए 2023 बेहद अहम है, चुनाव के लिए कमर कस लें, हमें सभी 9 राज्यों में जीत दर्ज करनी है.’ उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से आगामी चुनावों के लिए कमर कसने का आह्वान किया और कहा कि एक भी चुनाव नहीं हारना है.

इसके साथ ही नड्डा ने याद दिलाया कि अगले साल 2024 का चुनाव है. भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा, ‘जहां हमारी सरकार हैं वहां पार्टी को मजबूत किया जाए और जहां सरकारी नहीं है वहां पार्टी को और मजबूत किया जाए.’ दरअसल, नड्डा स्पष्ट संदेश देना चाहते थे कि एक भी राज्य का चुनाव नहीं हारना है.

उन्होंने पहले भी कहा था कि हमें कमजोर बूथों को जीतना है. इसी के मद्देनजर ऐसे कमजोर 72000 बूथ चिन्हित किये गए थे, जहां पार्टी को और मजबूत होना था. हालांकि अब उन्होंने कहा है कि कुल 1 लाख 30 हजार बूथ चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें और मजबूत करना है.

शिवराज बोले अपने लिए खुद भूमिका तय नहीं कर सकता
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर कहा है कि मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं। मैं अपने लिए कोई भूमिका तय नहीं कर सकता। अगर पार्टी नेतृत्व कहेगा तो मैं दरी बिछाने के लिए लिए भी तैयार हूं। अंग्रेजी अखबार के पूछे सवाल का जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि एक अच्छा कार्यकर्ता पार्टी के आदेश को फॉलो करता है। वह अपने बारे में खुद फैसले नहीं लेता। पार्टी को पता है कि किस कार्यकर्ता से क्या काम लेना है।

शिवराज से पूछा गया था कि राज्य छोड़कर आप राष्ट्रीय राजनीति में अपने आप को कहां देखते हैं। इस पर शिवराज ने कहा कि मैं केवल भाजपा का आम कार्यकर्ता हूं। चुनाव की बात पर उन्होंने कहा कि हमारे लिए हर साल चुनावी साल होता है।

हम रेगुलर इस पर काम करते रहते हैं। चुनावी साल का कॉन्सेप्ट उन लोगों के लिए है, जो चार साल काम नहीं करते हैं। इतने सालों में मेरा लक्ष्य इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य और नौकरियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए काम करना रहा है।

पहले भी कह चुके हैं जो पार्टी कहेगी वो करूंगा
पांच महीने पहले जब शिवराज सिंह को भाजपा संसदीय बोर्ड से बाहर किया गया था तब भी उन्होंने कहा था कि मुझे बिल्कुल भी अहम नहीं है कि मैं ही योग्य हूं। पार्टी मुझे दरी बिछाने का काम देगी तो राष्ट्र हित में यह भी करूंगा। पार्टी कहेगी कि जैत (मुख्यमंत्री का गृह गांव) में रहो तो वहां रहूंगा। पार्टी कहेगी कि भोपाल में रहो तो भोपाल में रहूंगा। राजनीति में व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं होना चाहिए।

एमपी में बड़ा उलटफेर संभव  

मीडिया सूत्रों के अनुसार राज्य सभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी को बड़ी भूमिका में देखा जाना लगभग तय है इन्हें मुख्यमंत्री या प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का पद दिया जा सकता है.
इसके अलावा मुख्यमंत्री के पद पर नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया के नामों पर मंथन हो रहा है वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को लेकर नए समीकरण में कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल के बीच संगठन नया मुखिया तय करेगा.

Spread the love
More from Madhya Pradesh NewsMore posts in Madhya Pradesh News »