नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गुरुवार को बताया कि पिछले 12 सालों में 16 लाख से ज्यादा लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़कर किसी दूसरे देश की सिटीजनशिप ले ली. इनमे से पिछले साल सबसे ज्यादा 2 लाख 25 हजार 620 लोगों ने नागरिकता छोड़ी है. वहीं सबसे कम सिटीजनशिप 2020 में 85 हजार 256 लोगों ने छोड़ी है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में राज्यसभा में ये जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि 2015 में 1 लाख 31 हजार 489 लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी थी. साल 2016 में 1 लाख 41 हजार 603 और 2017 में 1 लाख 33 हजार 49 व्यक्तियों ने हिंदुस्तान की सिटीजनशिप छोड़ी थी.
क्या रहा आकंड़ा?
जयशंकर के मुताबिक, साल 2018 में 1 लाख 34 हजार 561, 2019 में 1 लाख 44 हजार 17, 2020 में 85 हजार 256 और 2021 में 1 लाख 63 हजार 370 लोगों ने हिंदुस्तान की नागरिकता छोड़ी. सबसे ज्यादा 2022 में 2 लाख 25 हजार 620 व्यक्तियों ने सिटीजनशिप छोड़ी
जयशंकर के मुताबिक, साल 2018 में 1 लाख 34 हजार 561, 2019 में 1 लाख 44 हजार 17, 2020 में 85 हजार 256 और 2021 में 1 लाख 63 हजार 370 लोगों ने हिंदुस्तान की नागरिकता छोड़ी. सबसे ज्यादा 2022 में 2 लाख 25 हजार 620 व्यक्तियों ने सिटीजनशिप छोड़ी