नया साल नई उम्मीदें लेकर आता है। मध्य प्रदेश के लोगों को भी साल 2022 से कई उम्मीदें हैं क्योंकि यह कई नई सौगातें लेकर आने वाला है। खंडवा में दुनिया के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट के साथ नये मेडिकल कॉलेजों और बड़े शहरों का मास्टर प्लान भी इस साल लागू किया जाएगा। नए साल की पोटली में युवाओं के लिए भी तोहफा है। आईटीआई संस्थानों के मॉडर्नाइजेशन का काम भी इस साल पूरा हो जाएगा।
वर्ष 2022 मध्य प्रदेश के लिए कई तोहफे लेकर आ रहा है। सड़क परियोजनाओं से लेकर शहरों के मास्टर प्लान तक- लोगों की कई उम्मीदें इस साल पूरी हो सकती हैं।
सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट
दुनिया के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट की शुरुआत भी इस साल हो सकती है। 600 मेगावाट की क्षमता के प्रोजेक्ट का निर्माण खंडवा जिले में नर्मदा नदी पर बने ओंकारेश्वर बांध पर किया जा रहा है।
नये मेडिकल कॉलेज
साल 2022 में प्रदेश में छह नये मेडिकल कॉलेजों की शुरुआत होगी। ये राजगढ़, नीमच, मंदसौर, श्योपुर, सिंगरौली और मंडला में खोले जाएंगे। इसके लिए 1200 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है। इनकी शुरुआत के बाद एमपी में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 20 हो जाएगी।
28 शहरों का मास्टर प्लान
राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के 28 शहरों का मास्टर प्लान 2022 में लागू किया जाएगा। भोपाल के लिए पिछले नौ साल से मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। इसे जनवरी, 2022 से लागू किया जाना है। इसे 2031 में शहर की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर सहित बाकी शहरों का मास्टर प्लान 2035 में उनके विकास के अनुरूप तैयार किया गया है।
50 हजार करोड़ की सड़कें
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने करीब दो महीने पहले ही इसकी घोषणा की थी। साल 2022-23 में 50 हजार करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजनाओं पूरी किए जाने की बात उन्होंने कही थी। गडकरी ने बताया था कि अगले दो वर्षों में एमपी में विश्वस्तरीय हाईवे नेटवर्क तैयार हो जाएगा।
आईटीआई संस्थानों का आधुनिकीकरण
प्रदेश के युवाओं को रोजगार के लिए बेहतर रूप से तैयार करने के लिए इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स के आधुनिकीकरण का काम चल रहा है। 10 प्रमुख आईटीआई संस्थानों के आधुनिकीकरण का काम 2022 में पूरा हो जाने की उम्मीद है। इसके तहत इन संस्थानों में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ करिकुलम में भी बदलाव किया जाएगा जिससे युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध हो सकें।