Mp News. मध्य प्रदेश में रीवा से बीजेपी बयानवीर सांसद जनार्दन मिश्रा एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। विवादित बयानों के लिए मशहूर जनार्दन मिश्रा ने अब सरपंचों को भ्रष्टाचार की छूट देने की वकालत कर दी है। रीवा में ब्रह्मकुमारी आश्रम में मीडिया कार्यशाला में जनार्दन मिश्रा ने सोमवार को यह बयान दिया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सरपंचों को 15 लाख तक के भ्रष्टाचार की छूट होनी चाहिए। अपनी बात को सही साबित करने के लिए उन्होंने तर्क भी दिए हैं। मिश्रा ने कहा है कि सरपंचों को चुनाव लड़ने के लिए सात लाख रुपयों की जरूरत होती है। अगला चुनाव लड़ने के लिए भी उन्हें सात लाख रुपये चाहिए। अगले चुनाव तक बढ़ी महंगाई के लिए एक लाख अतिरिक्त रकम की जरूरत होगी। इसलिए 15 लाख रुपये तक के भ्रष्टाचार पर उन्हें कुछ नहीं कहा जाना चाहिए। उनके बयान का वीडियो वायरल हो रहा है।
1. करीब एक महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित बयान दिया था। रीवा सांसद ने कहा था कि पीएम आवास पीएम मोदी की दाढ़ी से निकलते हैं। मोदी की दाढ़ी में घर ही घर है। एक बार हिलाते तो 50 लाख, दूसरी बार मटकाते हैं तो एक करोड़। जितनी बार हिलाएंगे, घर-घर मिलेंगे। इसलिए आप लोग मोदी की दाढ़ी देखो, जब देखना बंद कर दोगे आवास मिलने भी बंद हो जाएंगे। जब तक मोदी की दाढ़ी रहेगी, आवास मिलता रहेगा। मोदी की दाढ़ी अमर है और तुम्हारे आवास भी अमर हो जाएंगे। इसलिए मोदी की दाढ़ी देखते रहो और आवास पाते रहो।
2. जून, 2020 में उन्होंने महिलाओं को शराब और नशे का आदी बताया था। एक प्रेस कांफ्रेंस में सांसद ने कहा था कि जब महिलाएं और युवतियां नशा करती हैं तो फिर शराब बिक्री करने में क्या हर्ज है। देश में महिलाएं लगातार शराब पी रही हैं। 16 साल की बच्चियां कोरेक्स और नशीली गोलियों का सेवन कर रही हैं। सांसद ने शराब दुकानों में महिलाओं की ड्यूटी को लेकर यह विवादित बयान दिया था।
3. नवंबर 2019 में पुलिसकर्मियों का गला दबाकर मारने का बयान दिया था। बीजेपी के किसान आक्रोश आंदोलन के दौरान उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस या पुलिस का कोई व्यक्ति किसानों से वसूली करने आएगा तो उसका हाथ तोड़ देंगे। उसका गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया जाएगा।
4. सितंबर 2019 में मिश्रा ने रीवा के तत्कालीन निगम आयुक्त और आईएएस अधिकारी सभाजीत यादव को जिंदा गाड़ने की धमकी दी थी। उन्होंने आम लोगों को भी ऐसा करने के लिए उकसाया था। एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि जब निगम आयुक्त आपसे पैसे मांगने आए तो मुझे बुलाना। मैं आऊंगा और एक गड्ढा खोदकर उसे जिंदा गाड़ दूंगा। मैं नहीं आ सका तो आप लोगों को ये करना होगा। इसलिए सभी लोग कुदाल और कुल्हाड़ी नुकीली करके रखवा लो।