इस बीच जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये और घायलों के लिए 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। भगदड़ त्रिकुटा पहाड़ियों के ऊपर स्थित मंदिर के गर्भगृह के बाहर गेट नंबर तीन के पास हुई ।
जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की वजह से हुई है। वहीं एक मंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत रूप से वैष्णो देवी मंदिर में मची भगदड़ की निगरानी और ट्रैक पर नजर बनाए हुए हैं। मामले में ADGP मुकेश सिंह का कहना है कि भगदड़ में 12 तीर्थयात्रियों की मौत की पुष्टि हुई है। वहीं 14 लोग घायल हो गए हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने जानकारी दी है कि घटना त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित मंदिर के गर्भगृह के बाहर घटित हुई है। रात्रि 12:00 बजे साल की शुरुआत के मौके पर मां वैष्णो देवी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने आए श्रद्धालुओं की भीड़ अचानक से बढ़ गई। जोर जोर से जयकारे लगने लगे और इसी बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। धक्का-मुक्की में हादसा घटित हुआ है। वही अतिथि पुलिस महानिदेशक का कहना है कि अभियान शुरू कर दिया गया है। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं अब तक 1 दर्जन लोगों की जानें जा चुकी है।