इन्दौर। निपानिया स्थित इस्कॉन मंदिर पर चल रहे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में शुक्रवार 19 अगस्त को भगवान राधा गोविंद के दर्शन पूरे दिन खुले रहेंगे। सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक कलश सेवा में शामिल भक्तों द्वारा भगवान का पंचामृत से अभिषेक एवं पूजन होगा। सभी भक्तों को खिचड़ी एवं खीर प्रसाद का वितरण किया जाएगा।
रात 10.30 बजे भगवान का अभिषेक एवं ठीक 12 बजे महाआरती का आयोजन होगा। आज द. अफ्रीका मूल के नाईजीरिया के मुस्लिम राजघराने में जन्मे संत ईश्वरदास का पहले रेलवे स्टेशन और बाद में इस्कान मंदिर में आगमन पर आत्मीय स्वागत किया गया।
इस्कॉन इन्दौर के अध्यक्ष स्वामी महामनदास, संयोजक हरि अग्रवाल, समन्वयक शैलेन्द्र मित्तल एवं किशोर गोयल ने बताया कि शुक्रवार को इस्कॉन मंदिर पर कलश पूजा अभिषेक का शुभारंभ सुबह 10.30 बजे वरिष्ठ समाजसेवी विनोद अग्रवाल, टीकमचंद गर्ग, प्रेमचंद गोयल, पवन सिंघानिया, विष्णु बिंदल, पी.डी. अग्रवाल कांट्रेक्टर एवं विनोद सिंघानिया के आतिथ्य में होगा।
स्वामी महामनदास एवं अन्य पंडित शंख में पंचामृत भरकर राधा गोविंद के लघु विग्रह का अभिषेक कराएंगे। भक्तों के लिए जन्माष्टमी पर मंदिर पूरे दिन खुला रहेगा। रात 10.30 बजे जन्म के पूर्व अभिषेक होगा तथा रात 12 बजे महाआरती एवं प्रसाद वितरण के साथ समापन होगा। जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में आज से ही सम्पूर्ण मंदिर परिसर पर आकर्षक रोशनी एवं पुष्प सज्जा की गई है।
भगवान के लिए वृंदावन से विशेष फूल एवं पोषाक बुलाए गए हैं। वृंदावन और मुरादाबाद के कलाकारों ने आज सायं मंदिर परिसर में अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। इन कलाकारों ने द्रोपदी के चीरहरण, मृत्यु शैय्या पर भीष्म पितामह की जीवंत नाट्य प्रस्तुतियां और राधा गोविंद को समर्पित गीतों पर नृत्य की प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोह लिया।
आज सुबह संत ईश्वरदास के रेल मार्ग से इन्दौर आगमन पर स्वामी महामनदास एवं महोत्सव समिति से जुड़े लोगों ने आत्मीय स्वागत किया। रेलवे स्टेशन से वे निपानिया स्थित इस्कॉन मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने सम्पूर्ण परिसर का अवलोकन करने के बाद भगवान राधा गोविंद की पूजा अर्चना की। संत ईश्वरदास का 1977 के पूर्व नाम ईस्माइल था। वे एक अच्छे वक्ता, लेखक और संत हैं।
उनकी अनेक पुस्तकें विदेशों में काफी लोकप्रिय हैं तथा वे स्वयं टचस्टोन मीडिया हाउस के मालिक हैं। यह मीडिया हाउस धार्मिक पुस्तकों का प्रकाशन भी कर रहा है। संत ईश्वरदास शुक्रवार 19 अगस्त को पूरे दिन निपानिया मंदिर में आयोजित उत्सव में अतिथि के रूप में भाग लेंगे। मंदिर पर शनिवार 20 अगस्त को नंद उत्सव एवं श्रील प्रभुपाद व्यास पूजा उत्सव सुबह 11 बजे से मनाए जाएंगे। 4 सितम्बर को सुबह अभिषेक एवं दोपहर में राधाष्टमी के उपलक्ष्य में विभिन्न आयोजन होंगे।