न्यूजीलैंड में भूकंप के जोरदार झटकों से सुनामी का खतरा, खाली कराए गए तटीय इलाके

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विलिंगटन: न्यूजीलैंड (New Zealand) के उत्तरी-पूर्वी तट पर गुरुवार को भूकंप (Earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए. इसके बाद प्रशांत महासागर में सुनामी का खतरा मंडराने लगा. इसे देखते हुए  न्यूजीलैंड, न्यू कैलेडोनिया और वानुअतु के तटीय इलाकों से हजारों निवासियों को बाहर निकाल कर ऊंचे क्षेत्र में पहुंचाया गया है. फिलहाल भूकंप से किसी तरह की गंभीर क्षति या नुकसान की कोई खबर नहीं है. जानमाल को भी बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा है.

भूकंप के बाद नूमी में चेतावनी के तौर पर सायरन बजते हुए सुना गया. अधिकारियों ने डर के बीच लोगों को रिहायशी इलाके खाली करने के आदेश दिए. अधिकारियों ने कहा कि तीन मीटर (10 फीट) ऊंची की लहरें फ्रांसीसी क्षेत्र की ओर बढ़ रही थीं.

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आपातकालीन सेवा के प्रवक्ता एलेक्जेंडर रोसिग्नॉल ने सार्वजनिक रेडियो के हवाले से कहा, “सभी लोग समुद्र तट के इलाकों को तुरंत खाली कर दें, पानी में हो रही सभी गतिविधियों को रोक दें और अपने बच्चों को स्कूलों न भेजें.”

न्यूजीलैंड के उत्तरी द्वीप के हिस्सों में 8.1तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. इससे पहले उसी क्षेत्र में रिक्टर स्केल पर 7.4 और 7.3 तीव्रता के झटके महसूस किए जा चुके थे. इसके बाद सुनामी के चेतावनी का सायरन बजाया गया ताकि लोग सुरक्षित ऊंचे स्थान पर जा सकें. न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने लोगों से तुरंत अनुरोध किया कि लोग अपने-अपने घरों को छोड़ दें. एजेंसी ने लोगों से अनुरोध किया कि जो भी लोग तटीय इलाकों में हैं, तुरंत अपने घर छोड़कर ऊंचे इलाकों में चले जाएं.
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण’ के मुताबिक न्यूजीलैंड तट से 1000 किलोमीटर दूर सुबह 8.28 बजे (स्थानीय समयानुसार) भूकंप के झटके महसूस किए गए. प्रारंभिक तौर पर भूकंप की तीव्रता 6.9 मापी गई है और जिसका केंद्र जिस्बॉर्न शहर से लगभग 178 किलोमीटर (111 मील) दूर 10 किलोमीटर (छह मील) की गहराई में स्थित था.

क्यों आता है भूकंप?

पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं और नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. फिर इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.

कब कितनी तबाही लाता है भूकंप?

रिक्टर स्केल असर
0 से 1.9 सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है.
2 से 2.9 हल्का कंपन.
3 से 3.9 कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर.
4 से 4.9 खिड़कियां टूट सकती हैं. दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं.
5 से 5.9 फर्नीचर हिल सकता है.
6 से 6.9 इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है.
6 से 6.9 इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है.
7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं. जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं.
8 से 8.9 इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं. सुनामी का खतरा होता है.
9 और उससे ज्यादा पूरी तबाही. कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी. समंदर नजदीक हो तो सुनामी.

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