NCP | अल्पसंख्यक वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के लिए ई-केवाइसी कराना जरुरी

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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भारत सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशानुसार इंदौर जिले में भी शासकीय/अशासकीय शैक्षणिक संस्थाओं में अध्ययनरत अल्पसंख्यक वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्राप्त करने के लिए नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (एनएसपी) पर अपना ई-केवाइसी करवाना होगा। ऐसे विद्यार्थी एवं संस्थाएं जिनका अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के लिए नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (एनएसपी) पर ई-केवाइसी रजिस्ट्रेशन लंबित है वे भी ई-केवाइसी रजिस्ट्रेशन की कार्यवाही कर सकते है।

यदि नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर प्रदर्शित हो रही किसी भी संस्था का ई-केवाइसी रजिस्ट्रेशन लंबित होता है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी जिले की शिक्षण संस्था प्रमुख की होगी। भारत सरकार द्वारा NCP पर विद्यार्थियों की शत प्रतिशत आधार सिडिंग/प्रमाणिकरण करने के निर्देश भी दिये गये है। पिछडा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक संचालक श्री वी.पी. श्रीमाली ने बताया कि भारत सरकार अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय नई दिल्ली के माध्यम से संचालित अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजनाएं वर्ष 2020-21 के लिए भारत सरकार द्वारा निर्मित NCP पर पंजीकृत शैक्षणिक संस्थाओं का ई-केवाइसी रजिस्ट्रेशन लंबित है। शैक्षणिक संस्थाओं के ई-केवाइसी रजिस्ट्रेशन की विस्तृत प्रक्रिया NCP पर दी गई है। साथ ही जिन शैक्षणिक संस्थाओं का ई-केवाइसी रजिस्ट्रेशन लंबित है उनकी सूची पोर्टल पर दी गई है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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