छावनी व लक्ष्मीबाई नगर अनाज मंडियां रहीं पूरी तरह बंद, नहीं हुआ व्यापार

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Indore News. इंदौर की छावनी और लक्ष्मीबाई नगर अनाज मंडी में मंगलवार को देशव्यापी हड़ताल का असर रहा। मंडियों में व्यापार पूरी तरह बंद रहा। मंडी व्यापारी दलहन में स्टॉक लिमिट लागू होने का विरोध कर रहे हैं। हालांकि बुधवार को मंडियों में सामान्य रूप से काम होगा। मंगलवार को इंदौर की छावनी और लक्ष्मीबाई नगर मंडी में व्यापार पूरी तरह बंद रहा। केंद्र सरकार के दलहन पर स्टॉक लिमिट लागू करने से नाराज व्यापारियों ने देशभर में व्यापार बंद रखा।

छावनी दलहन संघ के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा लागू स्टॉक लिमिट व्यावहारिक नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार ने दलहन के जो दाम तय किए हैं अगर कीमत उससे ऊपर होती है तो भंडारण सीमा लगाई जाती है, लेकिन वर्तमान में ऐसा नहीं है, व्यापारी दालों को एमएसपी से नीचे बेच रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ महामारी के दौरान दो महीने तक प्रतिबंध के बाद अभी मडिया लगना शुरू हुई है, ऐसे में अगर भंडारण सीमा लगाई गई तो व्यापारियों के साथ-साथ आम जनता को भी नुकसान उठाना पड़ेगा।

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अग्रवाल ने बताया कि छावनी मंडी में रोजाना करीब 10 करोड़ रुपए का व्यापार होता है, जबकि लक्ष्मीबाई नगर मंडी में व्यापार करीब 5 करोड़ रुपए का होता है। दो दिन मंडी बंद रहने से करोड़ों का व्यापार प्रभावित हुआ है। अग्रवाल ने बताया कि व्यापारी कोरोना लॉकडाउन के चलते पहले ही इससे ज्यादा का नुकसान उठा चुके हैं। ऐसे में दो दिन व्यापार बंद रखने से उनको कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। बता दें कि सरकार ने शुक्रवार को दलहन की स्टॉक लिमिट लागू करने का आदेश जारी किया था, जिसके बाद शनिवार को व्यापारियों ने दलहन की खरीदी नहीं की। अब मंगलवार को मंडियों में देशव्यापी हड़ताल का फैसला व्यापारियों ने लिया। इससे पहले सोमवार को इंदौर की छावनी और लक्ष्मीबाई नगर अनाज मंडी के व्यापारियों ने सांकेतिक हड़ताल की।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।