Indore News – वैक्सीनेशन मुहिम: प्रशासन ने दूसरा डोज नहीं लगवाने वालों पर शिकंजा कसा, पूरा सिस्टम एकजुट

sadbhawnapaati
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* बिना वैक्सीन वालों को न तो दूध मिलेगा, न राशन और न कोई जरूरी सामान
* माइक्रो लेवल पर हुई प्लानिंग
* तीस नवंबर के बाद प्रतिबंध लगाएंगे
मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर कोरोना की हॉट स्पॉट रह चुकी है और उस दौर में शहर को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। वहीं अब वैक्सीन की दूसरी डोज के लक्ष्य को पूरा करने इंदौर में पूरा सिस्टम एकजुट हो गया है। लंबे समय से दूसरे डोज की वैक्सीन नहीं लगाने वाले लापरवाह लोगों के खिलाफ प्रशासन ने शिकंजा कस लिया है। कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा सभी व्यापारिक एसोसिएशन, सामाजिक व धार्मिक संगठनों, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, कॉर्पोरेट हॉउसेस, सरकारी विभागों, धर्मगुरुओं, प्रबुद्धजनों के साथ समन्वय किया है। वे लोगों को दूसरे डोज की वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करें।
न दूध मिलेगा, न राशन, न कोई जरूरी सामान
जो लोग लापरवाही बरत रहे हैं, उन्हें नौकरी, रोजगार, राशन, आवश्यक वस्तुओं, सरकारी योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। इसी कड़ी में इंदौर दूध उत्पादक संघ ने भी कड़ा रुख अख्तियार किया है। अब 30 नवम्बर तक जिन लोगों ने दूसरा डोज नहीं लगाया है उन्हें दूध नहीं दिया जाएगा। इसका प्रभाव संबंधित के अलावा फिर परिवार पर भी पड़ सकता है। दूसरी ओर ऐसी कसावट के चलते पिछले 36 घंटों में 1.10 लाख से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन लगा भी ली। इंदौर दुग्ध विक्रेता संघ व छावनी खेरची व्यापारी संघ के अध्यक्ष भारत मथुरावाला ने बताया कि शहर में करीब 19 हजार दूध विक्रेता दिन में सुबह-शाम लोगों के घर जाकर दूध की सप्लाई करते हैं। अब दूध विक्रेता हर घर के सदस्य को वैक्सीन के दूसरे डोज को लगवाने की अपील करेंगे ।

माइक्रो लेवल पर हुई प्लानिंग
इस योजना के तहत गुरुवार को कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट कलेक्टर मनीष सिंह और निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने स्वसहायता समूह और रहवासी संघों के साथ बैठक ली. बैठक में वैक्सीन की दूसरी डोज को लेकर अहम फैसले लिए गए. इसमें तय किया गया कि व्यावसायिक संवाद के लिए वैक्सीनेशन अनिवार्य रहेगा. वहीं दूध विक्रेता भी सुनिश्चित करेंगे कि उन्हीं घरों में दूध वितरण किया जाए जहां सभी लोग वैक्सीनेटेड हों. माइक्रो लेवल की प्लानिंग के जरिए जिन लोगों ने अब तक वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लगाया है उन लोगों को चिन्हित कर उन्हें वैक्सीनेशन सेंटर तक लाया जाएगा.

तीस नवंबर के बाद प्रतिबंध लगाएंगे
सभी व्यापारी एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि 30 नवम्बर के बाद वैक्सीन के दोनों डोज़ का सर्टिफिकेट दिखाये बिना ना तो ग्राहक को प्रवेश दिया जाएगा और ना ही माल बेचने वालों को. साथ ही मंदिरों में भी ऐसे लोगों को दाखिला नहीं मिलेगा जिन्होंने वैक्सीन के दोनों डोज़ कंप्लीट नहीं किए हैं. इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है, ‘सभी संगठनों ने फैसला लिया है कि तीस नवंबर तक उनसे जुड़े सभी लोग कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज़ लगवा लें. नहीं तो तीस नवंबर के बाद वो खुद ही प्रतिबंध लगाएंगे.
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