भोग के लिए मंदिर परिसर में ही लड्डुओं का निर्माण किया जा रहा है। यह दूसरा वर्ष है जब मंदिर में तिल चतुर्थी मेला आयोजित नहीं हो रहा है।
पंडित अशोक भट्ट के अनुसार 21 जनवरी की सुबह 10.30 बजे कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा पूजा की जाएगी।
इस अवसर पर निगमायुक्त प्रतिभा पाल भी मौजूद रहेंगी। जिसमें इन लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा। इस दिन श्रीगणेश, रिद्धि-सिद्धि, शुभ-लाभ को मोती जड़ित वस्त्र पहनाए जाएंगे और स्वर्ण आभूषणों से भगवान का श्रृंगार किया जाएगा।
मंदिर को भी विशेष रूप से सजाया जाएगा। मंदिर में तीन दिवसीय उत्सव मनाया जाएगा जिसकी शुरुआत 21 जनवरी से ही होगी। 23 जनवरी तक रात 8 बजे से भजन संध्या होगी।
कोरोना गाइडलाइन का पालन कराएंगे – मंदिर के पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि पहले मेले में फूड स्टाल, झूले आदि लगा करते थे, जो इस बार कोरोना गाइडलाइन के चलते नहीं लगेंगे।
मंदिर में दर्शन के दौरान भी भक्तों को प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। बिना मास्क लगाए मंदिर में प्रवेश करने वाले भक्तों को रोका जाएगा।