देश की धर्म, सांस्कृतिक, सभ्यता, खेती-किसानी गांवों में बसती : मंत्री सिलावट

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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इन्दौर। भारत की धर्म, सांस्कृतिक, सभ्यता गांवों और खेती-किसानी में बसती है। हिन्दू नववर्ष के उपलक्ष्य में वार्षिक कैलेंडर लाना अच्छा कार्य है। केंद्र और प्रदेश सरकार खेती-किसानी और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए सदैव प्रयासरत है।
यह बात हिन्दू नववर्ष के उपलक्ष्य में कृषि जगत की पत्रिका ‘हलधरवाणी’ के कैलेंडर विमोचन अवसर पर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहीं।
इस अवसर पर पूर्व पार्षद योगेश गैंदर, प्रधान संपादक दीपक शर्मा, संपादक राजेंद्र नागर विशेष रूप से उपस्थित थे। राजेन्द्र नागर ने बताया कि कैलेंडर का हर वर्ष हिन्दू नववर्ष से ही सालाना विमोचन होता है।
कैलेंडर का वितरण ग्रामीण क्षेत्रों और कृषकों को किया जाएगा। उप संपादक निर्लेश तिवारी ने बताया कि पत्रिका द्वारा आगामी विशेषांक शहरी, ग्रामीण और कर्मकारों पर केन्द्रित रहेगा।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।