एक अक्टूबर के बाद से महंगाई आपको और सताने वाली है. क्योंकि सीएनजी से लेकर पीएनजी एक अक्टूबर के बाद और महंगा हो सकता है. केवल ये नहीं बल्कि, बिजली से लेकर खाद भी महंगी हो सकती है. दरअसल सरकार ने घरेलू प्राकृतिक गैस के दाम 40 फीसदी तक बढ़ाने का फैसला किया है जो एक अक्टूबर 2022 से लागू हो जाएगा. प्राकृतिक गैस की कीमत को 6.1 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू से बढ़ाकर 8.57 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू कर दिया गया है.
इससे पहले इस वर्ष एक अप्रैल 2022 को प्राकृतिक गैस के दाम को बढ़ाकर 6.10 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू किया गया था. एक अक्टूबर, 2022 से इसे बढ़ाकर 8.57 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू कर दिया गया है. यानि सीधे दामों में 40 फीसदी तक की बढ़ोतरी कर दी गई है. अप्रैल में दोगुनी दामों में बढ़ोतरी की गई थी. इसके अलावा सरकार गहरे क्षेत्रों से निकाले जाने वाले प्राकृतिक गैस की कीमतों 9.92 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू से बढ़ाकर 12.6 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू कर दिया है.
गैस के दाम बढ़ने के बाद रसोई में खाना पकाने से लेकर बिजली और ट्रांसपोर्ट पर होने वाले खर्च बढ़ने वाला है. रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते लगातार अंतरराष्ट्रीय बाजारों ( International Markets) में प्राकृतिक गैस ( Natural Gas) के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिली है.आपको बता दें सरकार हर छह माह पर घरेलू प्राकृतिक गैस के दामों की समीक्षा करती है.
आपको बता दें अगर प्राकृतिक गैस के दाम एक डॉलर बढ़ता है तो सीएनजी के दाम 4.5 रुपये प्रति किलो तक बढ़ जाते हैं. ऐसे में सीएनजी के दाम 12 से 13 रुपये प्रति किलो तक बढ़ाने की दरकार हो सकती है. तो बिजली से लेकर घरों में सप्लाई की जाने वाली पीएनजी के दाम भी बढ़ जायेंगे. सरकार पर फर्टिलाइजर सब्सिडी बिल के खर्च का बोझ भी बढ़ेगा.