प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट और सीसीईए की बैठक में नौकरी तलाशने वाले युवाओं के लिए बड़ा फैसला हुआ है । कैबिनेट ने नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी की घोषणा की है इसके जरिए भर्ती की प्रक्रिया आसान होगी । यह एजेंसी स्वतंत्र, प्रोफेशनल और विशेषज्ञ संगठन होगी जिसका काम परीक्षाएं आयोजित करना है।
इस पर जानकारी देने के लिए हमारे साथ मौजूद है मालवांचल यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट रजिस्ट्रार विनोद यादव जी यह एजेंसी केंद्र सरकार और सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के लिए गैर राजपत्रित भर्ती के लिए पात्रता परीक्षा आयोजित करेगी। मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि केंद्र सरकार का आज का यह फैसला देश के युवाओं को रोजगार प्राप्ति में लाभ पहुंचाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल द्वारा विद्यार्थियों के हित में नेशनल रिक्य्रूमेंट एजेंसी के गठन तथा उसके द्वारा ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित किए जाने के निर्णय का स्वागत किया है। इसके द्वारा आयोजित परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी और प्रत्येक जिले में कम से कम एक परीक्षा केन्द्र अवश्य होगा। अब देश के युवाओं को एस.एस.सी., आर.आर.बी., आई.बी.पी.एस. की अलग-अलग परीक्षाओं के स्थान पर केवल एक ही परीक्षा सीईटी (कॉमन इलिजिबिलिटी टेस्ट-सामान्य योग्यता परीक्षा) देनी होगी। इस परीक्षा को कितनी भी बार दिया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है इससे देश के गांव और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं, बेटियों, दिव्यांगों को परीक्षा के लिए निरर्थक भागदौड़ और अनावश्यक व्यय से मुक्ति मिलेगी। यह एक क्रांतिकारी निर्णय है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी इसे परिवर्तनकारी बताते हुए कहा कि इससे भर्ती प्रक्रिया सरल होगी और अवसरों की तलाश में प्रयासरत उम्मीदवारों को आसानी होगी। उन्होंने कहा कि इससे सबको बराबरी के अवसर मिलेंगे। खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं और महिलाओ को जो कई केंद्रों में परीक्षा देने नहीं जा सकते।
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