महाकाल की नगरी में ‘भूतों का मेला’: भूतड़ी अमावस्या पर उज्जैन के बावन कुंड में श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

sadbhawnapaati
2 Min Read

Religious News. उज्जैन में भूतड़ी अमावस्या के मौके पर कालियादेह पैलेस स्थित बावन कुंड में बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान करने पहुंचे। एक प्राचीन मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि भूतड़ी अमावस्या पर बावन कुंड में डुबकी लगाने से शरीर को बुरी आत्माओं से निजात मिल जाता है।

बावन कुंड में शुक्रवार सुबह से ही श्रद्धालु बड़ी संख्या में डुबकी लगाने पहुंच रहे थे। इस दौरान कई श्रद्धालु तंत्र क्रिया करते और कुछ भूतों के मेले में बुरी आत्माओं को लेकर पूजा-पाठ करते भी दिखाई दिए।

कोरोना संक्रमण के चलते बीते दो सालों से मेले में प्रतिबंध था, लेकिन इस साल प्रतिबंध हटने के बाद मेले का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और स्नान किया। प्रशासन ने भूतों के मेले के लिए सारी तैयारियां की थी।

उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि भूतड़ी अमावस्या के लिए कालियादेह पैलेस स्थित बावन कुंड पर विशेष इंतजाम किए गए हैं। स्नान करने वाले श्रद्धालुओं में से कोई डूबे नहीं, इसके लिए तैराक दल को लगाया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से कुंड के आसपास भारी पुलिस बल की तैनाती की गई। कुंड के आसपास अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। एक ही जगह भीड़ एकत्रित न हो इसके लिए भी तैयारियां की गई थीं।

भूतड़ी अमावस्या के मौके पर कुंड में डुबकी लगाने से व्यक्ति को बुरी आत्माओं से छुटकारा मिलता है और मोक्ष के द्वार खुलते हैं। इस बात का उल्लेख स्कंद पुराण में भी मिलता है।

Share This Article