इंदौर बाज़ार खबर – इंदौर बाजार की साप्ताहिक समीक्षा 

sadbhawnapaati
3 Min Read

इन्दौर। आयातित मालों में आयी मंदी के चलते आलौच्य सप्ताह के दौरान खाद्य तेलों में बाजार मंदी के रहे। तिलहनों में टिकाव रहा। छुटपुट मॉंग के बीच दलहनों में चना व मसूर में बाजार तेजी के रहे। उधर किराना जिंसों में शक्कर नरमी पर रही। कालीमिर्च बाजार तेजी पर रहे।

किराना :-
शनिवार को समाप्त हुए आलोच्य सप्ताह के दौरान स्थानीय सियागंज किराना बाजार में व्यापार सामान्य ही रहा। शक्कर में ऊपरी स्तरों पर मांग अटकने से बाजार 20-30 रू. प्रति क्व‍िंटल की गिरावट पर रहे और बाजार 3580-3610 रू. प्रति क्व‍िंटल से घटकर 3560-3590 रू. प्रति क्व‍िंटल पर आ गये। खोपरा गोला ऊपरी स्तरों पर मुनाफा वसूली से 7-10 रू. प्रति किलो तक टूट गये और खोपरा गोला 175-200 रू. प्रति किलो से 168-190 रू. प्रति किलो पर आ गये। कालीमिर्च में दिसावर तरफ मॉंग आने से भावों में तेजी देखी गयी। कालीमिर्च में एटम क्वालिटी मालों में बाजार 545-555 रू. प्रति किलो पर आ गये। सौंफ व जीरे में लेवाली सामान्य ही देखी गयी। सूखे मेवों में व्यापार की मात्रा सामान्य ही रही। बादाम में 5-10 रू. प्रति किलो की नरमी दर्ज हुई। तरबूज मगज में बाजार 325-340 रू. प्रति किलो पर आ गये। नारियलों में छुटपुट लेवाली के बीच बाजार 120 भरती मालों में बढ़कर 1475-1525 रू. प्रति थैले पर आ गये।

तेल तिलहन :-

समीक्षा सप्ताह के दौरान खाद्य तेलों में व्यापार की मात्रा कम ही रही। आयातित मालों में आयी नरमी के मद्देनजर देशी मालों में बाजार मंदी के ही रहे। इस दौरान सींगदाना तेल इन्दौर लाइन पर 1600 रू. प्रति 10 किलो से उतरकर 1550 रू. प्रति 10 किलो पर आ गये। सोया व कपास्या तेलों में 50-75 रू. प्रति 10 किलो की गिरावट आयी और सोया साल्वेंट 1390-1395 रू. प्रति 10 किलो से टूटकर 1295-1300 रू. प्रति 10 किलो पर आ गये। कपास्या तेलों में भी बाजार टूटकर 1350-1360 रू. प्रति 10 किलो पर आ गये। तिलहनों में सरसो व रायडा बना रहा।

दाल दलहन :-
समीक्षा सप्ताह के दौरान दाल दलहनों में व्यापार ठंडा-ठंडा ही रहा। चना निचले स्तरों पर लेवाली से बाजार 100 रू. प्रति क्व‍िंटल से बढ़कर 4750 रुपये. प्रति क्व‍िंटल पर आ गये। तुअर में बाजार मजबूती के रहे। मसूर में भी छुटपुट लेवाली से बाजार 50 रू. प्रति क्व‍िंटल से बढ़कर 6850 रू. प्रति क्व‍िंटल पर आ गये। उड़द व मूंग में छुटपुट मांग के बीच बाजार मजबूत बने रहे।

Share This Article