इंदौर। सफाई में लगातार अव्वल आ रहे इंदौर की आबोहवा भी साफ-सुथरी और स्वस्थ हो इसलिए निगम शहर में बड़े पैमाने पर पौधारोपण अभियान चला रहा है।
मिट्टी को बारिश की नमी मिलते ही इस अभियान को तेज कर दिया गया है। इससे न दावा किया जा रहा है कि सितंबर माह के अंत तक पांच लाख से अधिक पौधे रोप दिए जाएंगे।
जंगलों में हरियाली बचाए रखने की जिम्मेदारी वन विभाग के पास है। बीते दो साल कोरोना के कारण जंगलों में वृहद स्तर पर पौधारोपण नहीं हो पाने के असर हरियाली और पर्यावरण पर नजर आने लगा था।
इसकी भरवाई के लिए वन विभाग ने पौधारोपण का लक्ष्य दोगुना करते हुए 10 लाख कर दिया।
इधर, शहरी इलाकों को हरियाली की चादर ओढ़ाने का जिम्मा निगम ने भी उठाया है। अभी निगम तीन योजनाओं के तहत अलग-अलग स्थानों पर पौधे लगा रहा है।
बारिश में अब तक 50 हजार पौधे सिर्फ ट्रेंचिंग ग्राउंड पर ही रोपे जा चुके है। ये पौधे लगाने के साथ-साथ इनके पनपने और बड़े होने तक के लिए जिम्मेदारी तय की जा रही है।
कॉलोनियों में 100 से ज्यादा अहिल्या वन
शहर के हर हिस्से में हरियाली हो इसलिए निगम सभी वॉर्डों में अहिल्या वन तैयार कर रहा है। अभी 110 अहिल्या वन का काम चल रहा है।
यहां नीम, पीपल, आम, अमरुद, बरगद सहित तमाम प्रजातियों के पौधे लग रहे है। इन स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग का भी इंतजाम किया गया है।
दूसरा प्रोजेक्ट अविकसित गार्डनों को हरा-भरा करने का है। ऐसे 100 गार्डन चिन्हित किए गए है। इनमें से 50 का काम 80 फीसदी तक निपट चुका है। तीसरा एक और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट ग्रीन बेल्ट की जमीन पर गैप फीलिंग का है। ऐसी सभी जगहों को चिन्हित कर वहां भी पौधे लगाए जा रहे है।
-बारिश शुरू होते ही जंगलों में वृहद स्तर पर पौधारोपण शुरू हो चुका है। हमारा लक्ष्य इस बार 9 से 10 लाख पौधे लगाने का है।
– नरेंद्र पांडवा, डीएफओ
सफाई में लगातार नंबर वन आने के बाद हम पर्यावरण सुधार और हरियाली में भी नंबर वन आने के लिए तीन प्रोजेक्ट पर काम कर रहे है। इनके तहत इस बारिश में करीब 5 लाख पौधे रोपे जाएंगे।
– ऋषभ गुप्ता, उद्यान अपर आयुक्त, नगर निगम