Risk यानी जोखिम हर सेक्टर में होता है, लेकिन यह स्थिति और दूसरे कारणों पर भी निर्भर करता है. Financial sector में निवेश से जुड़े कई Instruments है जिनमें अलग अलग तरह के रिस्क हैं. यानी, निवेश और जोखिम एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और हमेशा साथ-साथ चलते हैं.
लेकिन इसके लिए हमें चीजों को मैनेज करना आना चाहिए. जब निवेश की बात आती है तो पहले हमें अपनी सुरक्षा खासकर जीवन और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए. वहीं, आपातस्थिति के लिए Emergency fund का भी इंतजाम होना चाहिए.
जब ये दोनों चीजे पूरी हो जाए तब निवेश के बारे में सोचना चाहिए. निवेश की शुरुआत करने से पहले हमें तीन बातों का अतंर बारीकी से समझना होगा कि बचत, निवेश और अटकलों में क्या अंतर है.
बचत और निवेश को समझना आसान है. जबकि अटकलें में जोखिम रहता है, क्योंकि यह Financial instruments में पैसा लगाते समय उससे जुड़े जोखिम को समझने के बिना ऊंचे रिटर्न की उम्मीद में ही किया जाता है.
Mutual fund निवेश में एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें जोखिम उठाने की strategy पहले से तय होती है. इसे प्रबंधन professionals की ओर से किया जाता है और सख्त Regulation की वजह से पारदर्शिता भी रहती है. इस तरह आप Mutual fund में निवेश कर equity में निवेश से जुड़े जोखिमों का मैनेजमेंट सीखते हैं.
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