Interesting Facts Of Indian Holy Rivers – माघ पूर्णिमा पर पवित्र नदियों में स्नान करे

sadbhawnapaati
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माघ मास की पूर्णिमा 27 फरवरी 2021 (शनिवार) को है. इस दिन दान पुण्य और स्नान करने का विशेष महत्व होता है. कहा जाता है कि माघी पूर्णिमा या माघ पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा अपनी पूर्ण कलाओं के साथ उदित होता है. हिन्दू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व होता है.
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कहा जाता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने, दान और ध्यान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. इस दिन लोग पवित्र नदियों और मुख्य रूप से गंगा नदी में स्नान करते हैं.
पौराणिक कथा के अनुसार, कांतिका नगर में धनेश्वर नाम का ब्राह्मण निवास करता था. वह अपना जीवन निर्वाह दान पर करता था. ब्राह्मण और उसकी पत्नी के कोई संतान नहीं थी.
एक दिन उसकी पत्नी नगर में भिक्षा मांगने गई, लेकिन सभी ने उसे बांझ कहकर भिक्षा देने से इनकार कर दिया. तब किसी ने उससे 16 दिन तक मां काली की पूजा करने को कहा, उसके कहे अनुसार ब्राह्मण दंपत्ति ने ऐसा ही किया.
उनकी आराधना से प्रसन्न होकर 16 दिन बाद मां काली प्रकट हुई. मां काली ने ब्राह्मण की पत्नी को गर्भवती होने का वरदान दिया और कहा, कि अपने सामर्थ्य के अनुसार प्रत्येक पूर्णिमा को तुम दीपक जलाओ.

इस तरह हर पूर्णिमा के दिन तक दीपक बढ़ाती जाना जब तक कम से कम 32 दीपक न हो जाएं पूर्णिमा के दिन व्रत करने से संकट से मुक्ति मिलती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

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