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1. यह योगिनी श्याम वर्ण की हैं। कहते हैं कि वस्त्रालंकार से युक्त यह देवी दिखने में अति सुंदर है।
2. पूरे एक माह तक विधिवत साधना करने से देवी प्रसन्न होकर ऐश्वर्यादि प्रदान करती हैं।
3. देवी का मंत्र :- ‘ॐ ह्रीं आगच्छ पद्मिनी स्वाहा।’ इस मंत्र की 10 या 11 माला प्रतिदिन जपना चाहिए।
4. उत्तर दिशा की स्वामी यह देवी सुख, समृद्धि, सफलता और खुशियां प्रदान करती हैं।
5. मंगलवार, शुक्रवार और गुरु पुष्य नक्षत्र के दौरान देवी की आराधना की जाती है।
6. देवी की साधना का समय रात्रि 9 बजे बाद का है।
7. देवी की साधना के लिए सिद्ध पद्मिनी साधना यंत्र, पद्मिनी योगिनी माला, कुश आसन, योगिनी की श्रृंगार सामग्री, रक्षा सूत्र, योगिनी कुटिका, चिर्मी के बीज आदि पूजा सामग्री होना चाहिए।
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