इंदौर पुलिस ने एडवाइजरी कंपनी के नाम पर ठगी करने वाले संचालक औऱ उसके साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोपियों ने लोगों को एक प्रतिशत प्रतिदिन का ब्याज देने के नाम पर लालच दिया। जब आरोपी की पोल खुली तो उसने पहले 45 लाख की चोरी फिर 6 करोड़ की लूट की भी कहानी बनाई। बाद में खुद को पैरालिसिस अटैक और कोरोना पॉजिटिव भी बताने लगा। बाणगंगा पुलिस ने भागीरथपुरा में रहने वाले संजय चावला की शिकायत पर आरोपी विनायक पिता अशोक नकसवाल, आराधना पिता राजेश यादव, सौरभ पिता भोला नकसवाल और मयूर पिता अशोक नकसवाल के खिलाफ केस दर्ज किया है। फरियादी ने बताया कि उनका ओल्ड पलासिया में इंजीनियरिंग का ऑफिस है। वे आरोपी के घर के पास ही रहते हैं। कुछ साल पहले आरोपियों ने बताया कि उनका एडवाइजरी और शेयर मार्केट का बड़ा काम काज है।
निवेश करने पर वह प्रतिदिन 1 प्रतिशत का ब्याज दिलवा सकता है। इसका झांसा देकर उसने फरियादी से 56 लाख रुपए ले लिए। कुछ समय तक एक प्रतिशत का ब्याज दिया, लेकिन बाद में टालने लगा। जब फरियादी ने सख्ती की तो उसने एक बार 45 लाख की चोरी औऱ दूसरी बार एमआर – 4 पर 6 करोड़ की लूट की साजिश रची। जब उसका झूठ पकड़ाया तो बीमारी का बहाना बनाने लगा। बाद में खुद को पैरालिसिस अटैक और कोरोना पॉजिटिव भी बताने लगा।
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