भोपाल। RSS के प्रचारकों की बैठक आज से मध्य प्रदेश के चित्रकूट शहर में शुरू होगी। जिसकी अध्यक्षता RSS प्रमुख मोहन भागवत करेंगे। उन्होंने कहा कि सीमित संख्या में क्षेत्र प्रचारक बैठक में शामिल होंगे। जबकि देश के विभिन्न हिस्सों से अन्य लोग ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल होंगे।
चित्रकूट स्थित दीनदयाल अनुसंधान संस्थान में होने वाली बैठक में कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा। चिंतन शिविर में शामिल होने के लिए मोहन भागवत 2 दिन पहले ही चित्रकूट पहुंच चुके हैं। बैठक में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव सहित एमपी और यूपी सरकारों के कार्यों की समीक्षा होगी।
9 से 10 जुलाई तक संघ प्रमुख 11 क्षेत्रों के प्रचारकों से चर्चा करेंगे। इसके बाद 12 जुलाई को देशभर के 45 प्रांत प्रचारकों से चर्चा होगी। वहीं 13 जुलाई को अलग-अलग संगठन के अखिल भारतीय संगठन मंत्रियों से भी चर्चा की जाएगी।
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जनजाति वर्ग को लेकर रणनीति बनेगी
सूत्रों के मुताबिक संघ का पूरा फोकस इस समय अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग पर है। देश की जनगणना 2021 में प्रस्तावित थी, लेकिन कोरोना की वजह से इसमें कुछ देर हो सकती है। इसमें जनजाति वर्ग की जानकारी को लेकर संघ कोशिश कर रहा है कि इनके बीच काम करने वाली संस्थाएं उन्हें गुमराह न करें।
संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि चिंतन शिविर में संघ का एक एजेंडा कश्मीर के साथ ही पीओके, गिलकिट बाल्टीस्तान व अक्साई चीन होगा। इसके साथ ही इस बात पर भी चिंतन हो सकता है कि बंगाल, केरल और दिल्ली, पंजाब, राजस्थान में कैसे राजनीतिक स्तर पर राष्ट्रवाद को मजबूती दी जाए। बैठक के बाद प्रांतों में काम कर रहे प्रचारकों के कामकाज में फेरबदल हो सकता है। इसमें मप्र भी शामिल है।
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