Indore News. नर्सेस एसोसिएशन की मांगों को लेकर एमजीएम मेडिकल कॉलेज की 450 नर्सों ने काम बंद रखा है। बुधवार को महाराजा यशवंतराव अस्पताल (एमवायएच) में नर्सिंग स्टाफ ने प्रदर्शन भी किया। एमवाय अस्पताल के गेट पर नर्सिंग स्टाफ, बीएससी नर्सिंग की छात्राएं, एनएचएम का स्टाफ और स्वशासी स्टाफ हड़ताल में शामिल रहा। नर्सों के अवकाश के कारण कुछ ऑपरेशन थिएटर, डायलिसिस यूनिट सहित वार्डों में सेवाएं बाधित हुई हैं। कैंसर हॉस्पिटल में भी मरीज परेशान होते रहे।
पिछले दिनों नर्सों ने हफ्तेभर तक सांकेतिक प्रदर्शन किया था। भोपाल में विभागीय मंत्री से बात होने के बाद हड़ताल स्थगित कर दी थी, लेकिन अब एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। हालांकि, आंदोलन को लेकर नर्सों में भी दो गुट दिखाई दिए। अस्पताल प्रशासन का दावा है कि अस्पताल की सेवाएं बाधित नहीं हुई हैं। हालांकि नर्सेस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इसे गलत बताया है।
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मांगें नहीं मानने पर नर्सेस एसोसिएशन के आह्वान पर बुधवार से अनिश्चिकालीन हड़ताल की जा रही है। बुधवार को एनएचएच के स्टाफ की नियुक्ति का आखिरी दिन है। ऐसे में एनएचएम का स्टाफ भी हड़ताल के समर्थन में आ गया है।
यह हैं प्रमुख मांगें
- नर्सेस एसोसिएशन ने अन्य राज्यों की तरह मप्र में उच्चस्तरीय वेतनमान दिए जाने, पुरानी पेंशन योजना को लागू किए जाने की मांग की है।
- कोविड के दौरान शहीद हुए नर्सिंग स्टाफ के परिजन को अनुकंपा नियुक्ति देने के साथ 15 अगस्त को राष्ट्रीय कोरोना योध्दा अवार्ड से सम्मानित का भी मांग पत्र में जिक्र है।
- नर्सिंग स्टाफ के लिए वर्षों से लंबित पदोन्न्ति की प्रक्रिया को शुरू करने और नर्सेस को डेजिगनेशन प्रमोशन दिए जाने की मांग की है।
- नर्सिंग स्टाफ को दो वेतन वृद्धि दिए जाने, सभी नर्सेस को एक ही विभाग में समान कार्य के लिए समान वेतन देने की मांग भी प्रमुख हैं।
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